• English (अंग्रेजी)
  • हिन्दी
  
NyaayaNyaayaNyaayaNyaaya
  • श्रेणियाँ
    • भेदभाव
      • लिंग पहचान और यौन अभिविन्यास (सेक्शुअल ओरिएंटेशन) के चलते हिंसा की संभावनाएं
      • LGBTQ+ व्यक्तियों के लिए हेल्थकेयर
      • एलजीबीटी व्यक्तियों के लिए पहचान प्रमाण पत्र
    • स्वास्थ्य और पर्यावरण
      • कोविड 19 / कोरोना वायरस
      • धूम्रपान
    • धन और संपत्ति
      • वसीयत
      • किराया
    • परिवार
      • माता-पिता और बुजुर्गों की देखभाल
    • पुलिस और न्यायालय
      • गिरफ्तारी
      • प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआइआर)
      • जमानत
    • विवाह और तलाक
      • अंतर-धार्मिक विवाह
      • हिंदू विवाह
    • सरकार और राजनीति
      • पहचान प्रमाण
      • चुनाव से 48 घंटे पहले
      • राज – द्रोह
      • सूचना का अधिकार
    • हिंसा और दुर्व्यवहार
      • घरेलु हिंसा
      • ऑनलाइन दुरुपयोग
      • बच्चों का यौन शोषण
      • रैगिंग
    • काम और रोजगार
      • कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न
      • बाल श्रम
      • रोजगार अनुबंध
      • व्यावसायिक नैतिकता
  • संसाधन
    • गाइड
    • वीडियो
  • आस्क न्याया

LGBTQ+ व्यक्तियों का ऑनलाइन पर उत्पीड़न और हिंसा

    Home भेदभाव पहचान के आधार पर हिंसा LGBTQ+ व्यक्तियों का ऑनलाइन पर उत्पीड़न और हिंसा
    NextPrevious

    LGBTQ+ व्यक्तियों का ऑनलाइन पर उत्पीड़न और हिंसा

    By Nyaaya | पहचान के आधार पर हिंसा, भेदभाव, लिंग पहचान और यौन अभिविन्यास (सेक्शुअल ओरिएंटेशन) के चलते हिंसा की संभावनाएं | 0 comment | 20 जून, 2020 | 0

    This post is also available in: English (अंग्रेजी)

    LGBTQ+ व्यक्तियों के साथ दुर्व्यवहार इंटरनेट के विभिन्न प्लेटफॉर्म, जैसे सोशल मीडिया, चैट फोरम आदि पर होता रहता है। जब आपको ऑनलाइन दुर्व्यवहार सहना पड़ा है तो सबसे पहले आपको उस प्लैटफॉर्म की नीतियों के बारे में पता लगाना चाहिए जिस पर दुर्व्यवहार हुआ है, और यह देखना चाहिए कि प्लैटफॉर्म ने आपको क्या कदम उठाने की सलाह दी है, जिससे यह सब रोका जा सकता है।

    आप अपने लिंग या अपने यौन अभिविन्यास की परवाह किए बिना, सोशल मीडिया फोरम या प्लेटफार्म पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आप किसी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं, लेकिन हर प्लेटफार्म की नीतियां अलग अलग होती हैं, इसलिए आपको उस प्लेटफार्म की शिकायत संबंधी नीतियों को पढ़ना चाहिए, जिस पर आपके साथ दुर्व्यवहार हुआ है।

    आपको उन परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, जब कोई आपकी अनुमति के बिना आपके यौन अभिविन्यास या लिंग पहचान को उजागर करने की कोशिश करे। आप उन पर तत्काल कार्रवाई उन्हें ब्लॉक या रिपोर्ट करके कर सकते हैं। यदि आपको अपने फोन पर कॉल या मैसेज के ज़रिए परेशान किया जा रहा है, तो आप अपने फोन पर ही उन्हें ब्लॉक कर सकते हैं।

    यदि प्लेटफॉर्म के प्रशासनिक अधिकारी की प्रतिक्रिया संवेदनशील नहीं है, या आप जिस तरह की उत्पीड़न का सामना सामना कर रहे है, वह गंभीर है और उसे बार-बार दोहराया जा रहा है, तो आप स्थानीय पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा सकते हैं, यदि आप एक महिला / पारमहिला (ट्रांसवुमन) हैं। यदि आप एक पुरुष / पारपुरुष (ट्रांसमैन) हैं, तो आप एक प्राथिमिकी (एफआईआर) उन कानूनों के तहत दर्ज करा कर जो आपको चोट पहुंचाने या घायल करने वाले को दंडित कर सकता है।

    यदि निम्नलिखित घटनाएं आपके साथ होती हैं तो इसके खिलाफ आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं:

    आपके बैंक खाते का अधिग्रहण (टेकओवर)

    • अगर आपके बैंक का खाता आपकी अनुमति के बिना अधिग्रहित कर लिया जाता है, या आपके बैंक खाते तक कोई अपनी अनधिकृत पहुंच बना लेता है।
    • अगर कोई व्यक्ति, आपके पासवर्ड या आपके डिजिटल हस्ताक्षर आदि का उपयोग करके आपकी ऑनलाइन पहचान चुरा लेता है।
    • अगर कोई व्यक्ति आपका जाली रूप धारण कर, या आपके या किसूी और के होने का नाटक कर आपको ऑनलाइन परेशान करता है।

    आपकी व्यक्तिगतता का उल्लंघन

    • अगर कोई व्यक्ति, आप की व्यक्तिगत तस्वीरों / वीडियो का उपयोग, या उन्हें ऑनलाइन साझा आपकी अनुमति के बिना करता है।
    • अगर कोई व्यक्ति आपको ऑनलाइन पर पीछा (स्टॉक) करता है या आपकी गतिविधियों पर नज़र रखता है।
    • अगर कोई आपकी तस्वीरों को ऑनलाइन पर फोटोशॉप कर इस्तेमाल करता है।

    ब्लैकमेल करना

    • अगर कोई आपको ऑनलाइन पर, पैसे के लिए, या आपसे कुछ काम कराने के लिए ब्लैकमेल करता है।

    गाली-गलौज की धमकी और भाषा

    • अगर कोई आपको ऑनलाइन पर अश्लील सामग्री भेजता है, या आपका यौन उत्पीड़न करता है।
    • अगर कोई आपको अपमानित करता है, या आपके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करता है।
    • अगर आपको धमकियां किसी अनजान व्यक्ति से मिलती हैं।
    • अगर कोई व्यक्ति ऑनलाइन पर आपको नुकसान पहुंचाने या जान से मारने की धमकी देता है।
    0
    No tags.

    Related Post

    • बाल यौन उत्पीड़न के विभिन्न प्रकार

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) कानून ने बाल यौन उत्पीड़न के अपराध को दो मानदंडों के आधार पर विभिन्न प्रकार बनाए हैं: 1. विभिन्न प्रकार की कार्रवाई और तरीकों पर, जिसके द्वाराRead more

      9

    • मीडिया द्वारा रिपोर्टिंग

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) मीडिया संगठन जो बाल यौन उत्पीड़न मामलों पर रिपोर्ट करते हैं, उनका यह कानूनी कर्तव्य है कि वे जो जानकारी साझा करते हैं वह सही है औरRead more

      9

    • चिकित्सीय देखभाल

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) आपात स्थिति जब एक पुलिस अधिकारी या विशेष किशोर पुलिस इकाई को यह जानकारी मिलती है कि किसी बच्चे को किसी प्रकार से उत्पीड़ित किया गया हैRead more

      4

    • पीड़ित बच्चे को मुआवजे का प्रावधान

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) अगर अभियुक्त यौन उत्पीड़न का दोषी पाया जाता है तो पीड़ित बच्चे को मानसिक आघात से गुजरने के चलते, मुआवजा मिल सकता है। ‘विशेष अदालत’ बच्चे कोRead more

      0

    • बच्चे की गवाही का विशेषज्ञों द्वारा रिकॉर्ड करना

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) सभी साक्षात्कार और जांच के दौरान, उन बच्चों और पक्षों की मदद करने के लिए जो विभिन्न भाषा बोलते हैं, या जिन्हें संचार में कठिनाई होती है,Read more

      1

    • बच्चे के बयान की रिकॉर्डिंग

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) उत्पीड़न के बारे में बच्चे के बयान को रिकॉर्ड करते समय निम्नलिखित कदम उठाये जाना चाहिए: बयान एक महिला पुलिस अधिकारी (जो अपने वर्दी में ना हो)Read more

      0

    • बाल-अनुकूल न्यायालय प्रक्रिया

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) इस तरह की मुद्दे की संवेदनशीलता के कारण बाल यौन उत्पीड़न से निपटने के लिए ‘विशिष्ट न्यायालय’ (स्पेशल कोर्ट्स) स्थापित किए गए हैं। सामान्य न्यायालयों के विपरीत,Read more

      0

    • वित्तीय सहायता

      By Adrija Jayanthy | 0 comment

      This post is also available in: English (अंग्रेजी) अदालती कार्यवाही के दौरान और मामले पर अंतिम फैसला करने से पहले, अदालत बच्चे को वित्तीय सहायता के साथ उसकी क्षतिपूर्ति कर सकती है। यह पैसा बच्चेRead more

      0

    Leave a Comment

    जवाब रद्द करें

    आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

    NextPrevious

    हमारा अनुसरण करें

    हमारे बारे में

    न्याया एक नि: शुल्क डिजिटल संसाधन है जो भारत के नागरिकों  को सरल, कार्रवाई योग्य, याद रखने योग्य और आधिकारिक कानूनी जानकारी प्रदान करता है, और दिन-प्रतिदिन की कानूनी समस्याओं को हल करने में उनकी मदद करता है  ताकि वे अपने अधिकारों के बारे में जागरूक हों और न्याय पाने के लिए सशक्त महसूस करें 

    हमारे समाचार पत्र के सदस्य बनें

    न्याया आपको सरल भाषा में भारतीय कानूनों के बारे में स्पष्ट, कार्रवाई योग्य जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि आप अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें और न्याय की तलाश कर सकें। हमारे साथ जुड़ें रहने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें


    Subscribe to Nyaaya updates on Whatsapp

    न्याया से whatsapp पे जुड़ें

    Terms of Use

    cc logo attribution logo non-commercial logo share alike logo

    Except where otherwise noted, content on this site is licensed under Attribution-NonCommercial-ShareAlike 2.5 India (CC BY-NC-SA 2.5 IN) license. Icons by The Noun Project.

    • About Us
    • How Nyaaya Works
    • Feedback
    • Disclaimer
    • Privacy Policy
    • Terms of Use
    Nyaaya - India's Laws Explained
    • श्रेणियाँ
      • भेदभाव
        • लिंग पहचान और यौन अभिविन्यास (सेक्शुअल ओरिएंटेशन) के चलते हिंसा की संभावनाएं
        • LGBTQ+ व्यक्तियों के लिए हेल्थकेयर
        • एलजीबीटी व्यक्तियों के लिए पहचान प्रमाण पत्र
      • स्वास्थ्य और पर्यावरण
        • कोविड 19 / कोरोना वायरस
        • धूम्रपान
      • धन और संपत्ति
        • वसीयत
        • किराया
      • परिवार
        • माता-पिता और बुजुर्गों की देखभाल
      • पुलिस और न्यायालय
        • गिरफ्तारी
        • प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआइआर)
        • जमानत
      • विवाह और तलाक
        • अंतर-धार्मिक विवाह
        • हिंदू विवाह
      • सरकार और राजनीति
        • पहचान प्रमाण
        • चुनाव से 48 घंटे पहले
        • राज – द्रोह
        • सूचना का अधिकार
      • हिंसा और दुर्व्यवहार
        • घरेलु हिंसा
        • ऑनलाइन दुरुपयोग
        • बच्चों का यौन शोषण
        • रैगिंग
      • काम और रोजगार
        • कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न
        • बाल श्रम
        • रोजगार अनुबंध
        • व्यावसायिक नैतिकता
    • संसाधन
      • गाइड
      • वीडियो
    • आस्क न्याया
    • English (अंग्रेजी)
    • हिन्दी
    Nyaaya